बोर के क्वांटीकरण के दूसरे नियम का डी-ब्रोगली द्वारा स्पष्टीकरण - Class 12 Physics Chapter 12 परमाणु Atom

बोर के क्वांटीकरण के दूसरे नियम का डी-ब्रोगली द्वारा स्पष्टीकरण - Class 12 Physics Chapter 12 परमाणु Atom

बोर के क्वांटीकरण के दूसरे नियम का डी-ब्रोगली द्वारा स्पष्टीकरण

Bohr’s Quantization Second Postulate Explained by de Broglie – Class 12 Physics Chapter 12 Atom (परमाणु)"

1. बोहर का दूसरा क्वांटीकरण नियम

  • इलेक्ट्रॉन केवल कुछ निश्चित कक्षाओं (orbits) में ही घूम सकता है।
  • इन कक्षाओं में इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग (Angular Momentum) क्वांटाइज़्ड होता है।

\( mvr = \frac{nh}{2\pi}, \; n=1,2,3... \)

2. डी-ब्रोगली परिकल्पना

  • इलेक्ट्रॉन तरंग की तरह भी व्यवहार करता है।
  • इसकी तरंगदैर्ध्य (Wavelength) होती है :

\( \lambda = \frac{h}{mv} \)

3. स्थायी तरंग की शर्त

  • इलेक्ट्रॉन यदि तरंग की तरह वृत्ताकार कक्षा में घूमता है तो परिधि पर पूर्णांक गुणज (Integral multiple) तरंगदैर्ध्य फिट होना चाहिए।

\( 2\pi r = n\lambda, \; n=1,2,3... \)

4. बोहर नियम की प्राप्ति

\( \lambda = \frac{h}{mv} \) रखने पर :

\( 2\pi r = n \cdot \frac{h}{mv} \)

\( mvr = \frac{nh}{2\pi} \)

✅ निष्कर्ष

  • डी-ब्रोगली की तरंग अवधारणा से यह सिद्ध होता है कि केवल वही कक्षाएँ अनुमत हैं जहाँ इलेक्ट्रॉन स्थायी तरंग बना सके।
  • यही बोहर का दूसरा क्वांटीकरण पोस्टुलेट है।

📊 बोहर और डी-ब्रोगली का तुलनात्मक अध्ययन

बोहर का दृष्टिकोण डी-ब्रोगली का दृष्टिकोण
बोहर ने यह नियम पोस्टुलेट के रूप में दिया। डी-ब्रोगली ने इसे तरंग गुणधर्म से सिद्ध किया।
कक्षाओं में इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग
\( mvr = \tfrac{nh}{2\pi} \) मान लिया।
इलेक्ट्रॉन को तरंग मानकर शर्त लगाई
\( 2\pi r = n\lambda \)।
क्वांटीकरण नियम सीधे-सीधे मान्य था। यह नियम तरंगदैर्ध्य और स्थायी तरंग की शर्त से स्वाभाविक रूप से निकला।
यह एक परिकल्पना थी। यह एक वैज्ञानिक स्पष्टीकरण है।
Previous Post Next Post